TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद, 29 जनवरी – जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा ‘वीएलएसआई फ्रंट एंड डिजाइन – माइंड टू मार्केट’ विषय पर आयोजित एक सप्ताह की कार्यशाला आज प्रारंभ हो गई। कार्यशाला का आयोजन विभिन्न क्षेत्रों में वीएलएसआई डिजाइन से संबंधित उपयोग के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से किया जा रहा है ताकि इस उभरती तकनीक से विद्यार्थियों को रूबरू करवाया जा सके और इसे सीखने के लिए प्रेरित किया जा सके। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में वैज्ञानिक एवं नवीनतम अनुसंधान अकादमी (एसीएसआईआर) के चांसलर डाॅ. चंद्र शेखर मुख्य वक्ता रहे। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने सत्र की अध्यक्षता की। इस अवसर पर इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्ष डाॅ. नीलम तुर्क भी उपस्थित थी। कार्यशाला का संचालन रश्मि चावला की देखरेख में किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विभाग द्वारा बहु-विषयक अनुप्रयोगों के लिए विभिन्न वीएलएसआई और एम्बेडेड सिस्टम को डिजाइन करने के लिए उपयोग की जाने वाली नवीनतम तकनीकों पर कार्यशाला के आयोजन पर इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि वीएलएसआई तथा एम्बेडेड सिस्टम डिजाइन तकनीक आज अनुसंधान तथा औद्योगिक व वाणिज्यिक गतिविधियों में प्रमुखता से उपयोग की जा रही है। उन्होंने विद्यार्थियों तथा संकाय सदस्यों को वीएलएसआई तथा एम्बेडेड सिस्टम डिजाइन तकनीकों से संबंधित औद्योगिक जरूरतों के अनुरूप तथा अनुसंधान के दृष्टिगत जरूरी ज्ञान हासिल करने के लिए प्रेरित किया। अपने संबोधन में सत्र के मुख्य वक्ता डाॅ. चंद्र शेखर ने प्रतिभागियों को बताया कि किस तरह वीएलएसआई एम्बेडेड सिस्टम के उपयोग का दायरा बढ़ रहा है और कैसे यह आधुनिक जीवन शैली का हिस्सा बनता जा रहा है। उन्होंने वीएलएसआई डिजाइन पर मौजूदा परिवेश पर प्रकाश डाला तथा उद्योग में एनालाॅग सर्किट की आवश्यकता तथा इसके लिए अपेक्षित जरूरी कौशल पर विस्तार से बताया। पहले दिन के अन्य विशेषज्ञ सत्रों को एसएसआईआर-सीईईआरई, पिलानी के चीफ साइंटिस्ट डाॅ. एस.सी. बोस तथा कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में प्रोफेसर डाॅ. बी. प्रसाद ने भी संबोधित किया। पहले दिन के सभी सत्र संवादात्मक तथा सूचनाप्रद रहे। कार्यशाला के पहले दिन सहायक प्रोफेसर रश्मि चावला और उनकी टीम में शामिल इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग के छठे सेमेस्टर के विद्यार्थी दीपक व अमित द्वारा बनाया गया स्विचेबल स्मार्ट ग्लास रियर प्रोजेक्शन स्क्रीन मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। एक सप्ताह तक चलने वाली कार्यशाला के दौरान प्रयोगात्मक सत्र भी आयोजित किये जायेंगे, जिसमें प्रतिभागियों को टीकैड, एफपीजीए किट और वेरिफिकेशन टूल के बारे में बताया जायेगा।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )