TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद की 67 वर्ष पुरानी विजय रामलीला कमेटी मार्किट नम्बर 1 स्तिथ, शहर की मात्र एक ऐसी रामलीला है जहां रामलीला मंचन को मात्र नाटकीय प्रदर्शन नहीं बल्कि आस्था और भक्ति का स्त्रोत बना कर पूजा जाता है। राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान के रोल करने वाले कलाकारों को कलाकार नहीं बल्कि साक्षात स्वरूप का दर्जा दिया जाता है। सभी कलाकारों को 2 महीने की कड़ी रिहर्सल करवाई जाती है। अंडा, मास, मच्छी, मदिरा यहां तक कि प्याज लहसुन का परित्याग कर वह रोल को तप की तरह निभाते हैं। ऐसे में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का चयन करना कमेटी के लिए कोई आसान कार्य नहीं रहता। और भी कठिन हो जाता है यह सवाल जब बात बाल ब्रह्मचारी बजरंग बली के पावन रोल करने वाले कलाकार की आती है। सह निर्देशक अशोक नागपाल ने बताया कि वह मुख्य रोल देते समय कलाकार को कई कसौटीयों पर परखते हैं। उसके अभिनय की कला से लेकर उसकी कद काठी, आवाज़ व शारीरिक भाषा देखने के बाद ही रोल देते हैं ताकि जब कलाकार स्वरूप लेकर दर्शकों के सामने जाए तो उन्हें राम में साक्षात राम दिखें। निर्देशक सुरिंदर सराफ ने मुख्य रोल पर से पर्दा हटाते हुए बताया कि रामायण के नायक भगवान राम की भूमिका को कमेटी के महासचिव 30 वर्षीय सौरभ कुमार निभाएंगे। सौरभ कमेटी के सचिव होने के अलावा पिछले 13 वर्षों से विजय रामलीला का एहम हिस्सा रहें है और हर रोल में प्रशंसा बटोर वो यहां तक पोहंचे हैं। उन्होंने 5 साल इसी मंच पर सीता का अभिनय किया, 4 साल लक्ष्मण का अभिनय किया, इसके अलावा भरत, कैकयी, श्रवण कुमार के अभिनय के बाद वह पिछले साल भी श्री राम की भूमिका में ही नज़र आये। पेशे से बिज़नज़मैन सौरभ का कहना कि रामलीला उनकी आत्मा हैं।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )