TODAY EXPRESS NEWS ( Ajay verma ) फरीदाबाद, 6 जून – अकादमिक तथा शोध के क्षेत्र में परस्पर सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद ने अम्बेडकर इंस्टीट्यूट आफ एडवांस कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजिस एंड रिसर्च (एआईएसीटीआर), दिल्ली के साथ समझौता किया है। वाईएमसीए विश्वविद्यालय के डीन (अकादमिक) प्रो. विक्रम सिंह तथा एआईएसीटीआर, दिल्ली के प्रिंसिपल डॉ. राजीव कपूर ने कुलपति प्रो. दिनेश कुमार की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किये।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अध्यक्ष डॉ. मनीष वशिष्ट, डॉ. राज कुमार तथा डॉ. कोमल भाटिया, निदेशक, इंडस्ट्री रिलेशन्स डॉ. रश्मि पोपली तथा निदेशक, एलुमनी व कारपोरेट अफेयर डॉ. संजीव गोयल, एआईएसीटीआर, दिल्ली से डॉ. नन्हे सिंह तथा डॉ. सुरेश पुनिया भी उपस्थित थे। इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि यह समझौता दोनों संस्थानों में शिक्षण तथा अनुसंधान के स्तर पर सुधारने में सहयोग देगा और इससे संकाय सदस्यों तथा शोधार्थियों के बीच आपसी संवाद तथा सहयोग बढ़ेगा। वे परस्पर सहमति द्वारा संयुक्त रूप से अनुसंधान परियोजनाओं के लिए आवेदन भी कर सकेंगे। दोनों संस्थानों के संकाय सदस्यों तथा शोधार्थियों को अनुसंधान के क्षेत्र में नवीनतम विकास गतिविधियों को समझने में मदद मिलेगी और वे लैब, लाइब्रेरी तथा उपकरणों को परस्पर साझा कर सकेंगे। एआईएसीटीआर, दिल्ली के प्रिंसिपल डॉ. राजीव कपूर ने कहा कि समझौते से दोनों उच्च शिक्षण संस्थानों में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आयेगा। दोनों संस्थानों में विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन तथा कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में पंजीकृत शोधार्थी परस्पर सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे, जिससे शोध कार्यों में भी गुणवत्ता आयेगी।
डॉ. कपूर ने कहा कि एआईएसीटीआर, दिल्ली ने लगभग 90 प्रतिशत संकाय सदस्य पीएचडी है और शोध के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे है। संस्थान के पास अनुसंधान कार्यों के लिए ढांचागत सुविधाएं भी पर्याप्त है। इस प्रकार, वाईएमसीए विश्वविद्यालय के शोधार्थी एआईएसीटीआर, दिल्ली में अनुसंधान सुविधाओं का लाभ उठाने के साथ-साथ संस्काय सदस्यों के साथ खुद को पंजीकृत करवा सकते है।