TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद की अदालत में बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर एक साल से लगातार कई बार निःशुल्क कानूनी किताबें बाँट चुके हैं। इसी कड़ी में वो बुधवार को फिर कानूनी किताबों का वितरण करेंगे। एडवोकेट पाराशर ने बताया कि बुधवार को वो दो तरह की किताबों का वितरण करेंगे। पहली किताब मेजर क्रिमिनल ऐक्ट जिसमे 156 एक्ट्स हैं. दूसरी किताब जो अंग्रेजी में है जिसके साथ जो वकील हिंदी में इस किताब को लेना चाहेंगे उन्हें हिंदी की किताब दी जाएगी जिसमे 101 इम्पोर्टेन्ट ऐक्ट हैं और इस किताब से युवा वकीलों को अदालत में प्रैक्टिस करने में बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि ये किताबें उन वकीलों को मिलेंगी जो न्यायिक सुधार संघर्ष समिति द्वारा चलाये जा रहे निःशुल्क ट्रेनिंग सेंटर के सदस्य हैं। एडवोकेट पाराशर ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर में लगभग 70 युवा वकीलों को कोचिंग दी जा रही है जिसमे ज्यूडीशियली की कोचिंग के साथ साथ कई तरह की कोचिंग दी जा रही है।उन्हें फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने की ट्रेनिंग दी जा रही है तथा युवा वकीलों को कोर्ट में अपना मजबूत पक्ष रखने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
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उन्होंने बताया कि इसमें पहले से ही सत्येंद्र सिंह जो डीन रह चुके हैं जो अंग्रेजी की ट्रेनिंग दे रहे हैं। पीएस सिक्का सिविल की ट्रेनिंग, दो पूर्व जज जिनमे पीएल गोयल व् डीएस छाबड़ा भी वकीलों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। इस सेंटर में पीके मित्तल भी ट्रेनिंग दे रहे हैं। वकील पाराशर ने बताया कि कोचिंग सेंटर कई महीनें से चल रहा है लेकिन हाल में बार एसोशिएशन के चुनाव के कारण कुछ दिनों के लिए कोचिंग स्थगित कर दी गई थी लेकिन एक मई से फिर शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था न्यायिक सुधार संघर्ष समिति ने कई पूर्व जजों से निवेदन किया है कि वो इस सेंटर में पहुंचकर वकीलों को ट्रेनिंग दें और कई पूर्व जज तैयार भी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि एक मई से सत्येंद्र पहले की तरह ही हर रोज अंगरेजी की ट्रेनिंग देंगे और पूर्व जज और कई वरिष्ठ वकील सेंटर में युवा वकीलों से अपना अनुभव शेयर करेंगे। उन्होंने बताया कि ये किताबें बुधवार को 12 बजे से दोपहर दो बजे तक उनके चैंबर 382 में वितरित की जायेंगीं। पाराशर ने बताया कि वो चाहते हैं कि फरीदाबाद के युवा वकील हर क्षेत्र में आगे बढ़ें और उनका जज बनने का सपना जल्द पूरा हो इसलिए वो युवा वकीलों को ये सब सुविधाएँ उपलब्ध करवा रहे हैं। पाराशर युवा वकीलों से अपील की कि वो समय से पहुंचें और निःशुल्क किताबें लें।