मैट्रो अस्पताल ने न्यूरोइलेक्ट्रोफिजियोलोजी (मस्तिष्क जाँच लैब) यूनिट को बनाया और अधिक अत्याधुनिक

0
1030

TODAY EXPRESS NEWS : मैट्रो अस्पताल फरीदाबाद में न्यूरोइलेक्ट्रोफिजियोलोजी (मस्तिष्क जाँच लैब) यूनिट को और अधिक अत्याधुनिक बनाया गया है। यूनिट का उद्घाटन अस्पताल के सीनियर कार्डियोलोजिस्ट एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डा.एस.एस बंसल, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं डायरेक्टर डा. सीमा बंसल, डा नीरज जैन सीनियर कार्डियोलोजिस्ट एवं मेडिकल डायरेक्टर, सीनियर विशेषज्ञ एवं एच.ओ.डी. मस्तिष्क रोग विभाग डा. सुषमा शर्मा एवं मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ डा. पांडुरंगा एम.एस. ने किया। इस मौके पर डा एस.एस. बंसल ने कहा कि हम हमेशा अपने मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा देने के लिए अस्पताल को अत्याधुनिक एवं नवीनतम तकनीकी संसाधनों से लैस करने की दिशा में अग्रसर है। हमारे पास मस्तिष्क रोग विशेषज्ञों की बेहतरीन टीम है जो मरीजों को प्राथमिक उपचार के साथ ही गंभीर परिस्थितियों में भी बेहतर स्वास्थ्य सेवायें देने के लिए कार्यरत है।

नई न्यूरोइलेक्ट्रोफिजियोलोजी (मस्तिष्क जाँच लैब) यूनिट में वीडियो ई.ई.जी.,(वीडियो टेलीमेटरी सुविधा), ई.एम.जी., एन.सी.वी. एवं इवोक पोटेसिंयल जोकि मिर्गी, न्यूरोपैथी, नसों की बीमारियों जैसी अनेको बीमारियों के निदान एवं उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

अस्पताल की सीनियर विशेषज्ञ एवं एच.ओ.डी. मस्तिष्क रोग विभाग डा. सुषमा शर्मा ने बताया कि मैट्रो अस्पताल अंतराष्ट्रीय मानकों एवं तकनीक के द्वारा रोगी की पुरानी से पुरानी मस्तिष्क रोग से जुड़ी बीमारियों को पहचान कर उनका निदान करता है। इन बीमारियों में प्रमुखतः लकवा (स्ट्रोक), मिर्गी दौरे, एन्सेफैलोपैथिस (भ्रम की स्थिति), ज्यादा दिन तक आई.सी.यू. में रहने पर रोगियों में मस्तिष्क संबंधी समस्याएं, मस्तिष्क में सूजन, हाथ-पैर में कंपन होना आदि। कुशल विशेषज्ञों, नवीनतम तकनीक, अत्याधुनिक उपकरण एवं 100 बैड युक्त आईसी.यू. हमारे इस मस्तिष्क विभाग को सर्वश्रेष्ठ बनाती है। हम हमेशा अपने मरीजों कोे सस्ती मेडिकल सुविधायें अंतराष्ट्रीय मानक पर प्रदान करते है।

हमारी इस न्यूरोइलेक्ट्रोफिजियोलोजी (मस्तिष्क जाँच लैब) यूनिट में कुछ महत्वपूर्ण सुविधायें है जैसे कि –
ई.ई.जी.:- यह एक नाॅन-इनवेसिव जाँच है जिसका उपयोग मस्तिष्क की इलैक्ट्रीकल प्रक्रिया का पता लगाने और रिकार्ड करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग मिर्गी, मस्तिष्क ट्यूमर और भ्रम की स्थिति जैसे मस्तिष्क विकारों के निदान के लिये किया जाता है। भ्रम की स्थिति के रोगी यदि लंबे समय से बीमार है इसका कारण पता करने के लिए यह बेहद उपयोगी है।

एन.सी.वी:- यह उपकरण हमारी माँसपेशियों में इलैक्ट्रीकल वेग मापने और रिकार्ड करने के लिए होता है इससे हमारी नसों में आवेग कितनी तेजी से बढ़ता है और उससे कितनी क्षति पहुँची है का पता चलता है।

ई.एम.जी.:- ई.एम.जी. परीक्षण हमारी मांसपेशियों के माध्यम से आगे बढ़ने वाले इलैक्ट्रीकल संकेतो को रिकार्ड करता है। यह किसी भी बीमारी की उपस्थिति, स्थान और सीमा को पता लगाने में मदद करता है जिसके कारण हमारी तंत्रिकाओं और माँसपेशियों को नुकसान पहुँचा है।

वीडियो टेलीमेट्री:- यह परीक्षण विभिन्न प्रकार के दौरे के उपचार के निदान और योजना बनाने में बेहद उपयोगी होता है।
उपरोक्त उपकरणों के अलावा हमारे पास मस्तिष्क रोगियों के इलाज के लिए सी.टी. स्कैनर, एम.आई.आई और 3डी कैथ लैब भी है जो विभिन्न न्यूरोलाॅजिकल विकारों के इलाज और निगरानी में महत्वूपर्ण भूमिका निभागती है।

( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )


CONTACT FOR NEWS : JOURNALIST AJAY VERMA – 9716316892 – 9953753769
EMAIL : todayexpressnews24x7@gmail.com , faridabadrepoter@gmail.com

LEAVE A REPLY