TODAY EXPRESS NEWS : पंचकूला -17 सितंबर – हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री बी0 एस0 संधू ने अपराधियों विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल लोगों से निपटने के लिए ’तत्काल पंजीकरण और त्वरित कार्रवाई’ रणनीति अपनाने पर बल देते हुए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि संबधित अधिकारी इस दिशा में ठोस कदम उठाएं ताकि इस प्रकार के जघन्य अपराधों पर पूर्णतः अंकुश लगा कर दोषियों को कठोर सजा दिलवाई जा सके।
श्री संधू आज पुलिस मुख्यालय में सभी रेंज एडीजीपी / आईजी, पुलिस आयुक्त और जिला पुलिस अधीक्षकों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
पुलिस अधीकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए डीजीपी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित शिकायतों को तत्काल सभी पुलिस स्टेशनों में अविलंब पंजीकृत किया जाना चाहिए। इस संबंध में किसी भी चूक को गंभीरता से लिया जाएगा और संबंधित अधिकारी / कर्मचारी द्वारा लापरवाही की स्थिति में उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो फील्ड अफसर बेहतर प्रदर्शन करे अन्यथा सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहे।
पुलिस अधिकारियों को कडे निर्देश देते हुए श्री संधू ने कहा कि स्वयं मुख्यमंत्री महिलाओं की सुरक्षा और सलामती के संबंध में अति गंभीर व चिंतित हैं। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने कई अनूठी पहल भी की हैं। शिकायत प्राप्त होने के तुरंत बाद पुलिस अधिकारियों का मूल कर्तव्य तत्काल, निष्पक्ष और कठोर कार्रवाई करना होना चाहिए। इसके अलावा, प्रत्येक पुलिस अधिकारी सतर्कता के साथ यह भी सुनिश्चित करे कि उसके संबंधित क्षेत्र में कोई अप्रिय घटना न हो।
इस अवसर पर बोलते हुए, डीजी मुख्यालय, श्री के.के. मिश्रा ने कहा कि सरकार महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी मामले में पुलिस अधिकारी व कर्मचारी के स्तर पर किसी भी तरह की लापरवाही या चूक का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। यदि इस प्रकरण में, किसी भी पुलिस अधिकारी व कर्मचारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला एसपी को अधिक सक्रिय और संवेदनशील होना चाहिए और सभी परिस्थितियों में अपराध को कम किया जाना चाहिए।
उन्होंने विशेष रूप से पोक्सो अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की जांच में तेजी लाने के लिए एक विशिष्ट दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि ऐसे मामलों में प्रतिदिन आधार पर निगरानी की जानी चाहिए। उन्होंने इस तरह के जघन्य अपराधों का शीघ्र ट्रायल करवाकर कठोर सजा दिलवाने पर भी बल दिया।
डीजी मुख्यालय, श्री के.के. मिश्रा, एडीजीपी अपराध श्री पी के अग्रवाल, एडीजीपी सीआईडी श्री अनिल कुमार राव और एसपी क्राइम अगेन्स्ट वुमन, श्रीमती मनीषा चैधरी भी वीडियो कॉन्फ्रेंस में उपस्थित थी।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )