TODAY EXPRESS NEWS : नागपुर। महाराष्ट्र में हर दिन तंबाकू सेवन की शुरुआत करने वाले बच्चों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर, राष्ट्रसंत तुकादोजी महाराज (आरटीएम) नागपुर विश्वविद्यालय ने प्लेज फॉर लाइफ – टोबैको फ्री यूथ ’अभियान का आगाज शुक्रवार को किया। इस अभियान का मुक्ष्य उद्देश्य महाराष्ट्र के युवाअेां को तम्बाकू से बचाना है। इस अभियान की शुरुआत संबंध हेल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ) के सहयोग से आयोजित कार्यशाला में की गई। कार्यशाला के दौरान राष्ट्रीय सेवा येाजना के युवाअेंा की और से महाराष्ट्र में तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियेां से मरने वाले 72 हजार लेागों को बचाने का सकंल्प लिया गया। महाराष्ट्र में 2.4 करोड़ लोग तंबाकू का उपयोग करते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रसंत तुकादोजी, नागपुर विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रो. विनायक देशपांडे ने कहा, “हमारी भावी पीढ़ियों को तंबाकू से बचाना बहुत महत्वपूर्ण है और युवाओं को तंबाकू विरोधी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए, इसके लिए सकारात्मक रुप से सामूहिक प्रयास होने चाहिए, तभी इस तरह के अभियान के परिणाम आते है।
आरटीएम नागपुर विश्वविद्यालय में, नागपुर, भंडारा और वर्धा जिलों में 26800 स्वयंसेवकों वाली 335 एनएसएस इकाइयां हैं। नागपुर से शुरू करके हम अन्य दो जिलों के कॉलेजों में भी इसका विस्तार करेंगे। नागपुर की 206 यूनिट में 16250 स्वयंसेवक हैं। उन्होने कहा कि हमें महाराष्ट्र में हर साल 72000 लोगों को जान लेने वाली बुराई को समाज से बाहर निकालने के लिए काम करना होगा। तंबाकू से युवाअेंा को बचाने के लिए प्लेज फॉर लाइफ अभियान के तहत विभिन्न तरह की गतिविधियों का संचालन किया जायेगा, सिजमें खासतौर पर चित्रांकन, वाद विवाद, आम जनता से सीधा संवाद इत्यादि से युवाओं में सकारात्मक सामाजिक व्यवहार में बदलाव लाएंगे। ” उप कुलपति ने कहा कि आरटीएम के सभी कॉलेजों के लिए कार्य योजना विकसित की गई। जिसमें कॉलेजों को तंबाकू मुक्त बनाने से लेकर, अन्य तंबाकू विरोधी गतिविधियों जैसे प्रतिज्ञा लेना, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं, आदि को भी शुरू करने की योजना बनाई गई। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) विद्यार्थियेां ने ली शपथ राष्ट्रसंत तुकादोजी, नागपुर विश्वविद्यालय के एनएसएस निदेशक प्रोफेसर केशव वालके ने कहा, इस दौरान उपस्थित राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वंयसेवकों व शिक्षकेंा को तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादेां को न लेने की शपथ दिलाई।
इस शपथ के बाद सभी अधिकारियेंा व युवाअेंा ने हमेशा इस संकल्प को याद रखने व युवाअेंा को इससे बचाने का भी भरोसा दिलाया। सभी प्रतिज्ञा की कि वे अपने जीवन में कभी भी तंबाकू को नहीं छूएंगे और अपने दोस्तों और परिवारों को ऐसा ही करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (जीएटीएस2017) के अनुसार, महाराष्ट्र में 2.4 करोड़ लोग तंबाकू का उपयोग करते हैं। मतलब तंबाकू सेवन की लत उनमें 18 वर्ष की उम्र होने से पहले ही लग जाती है।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )