TODAY EXPRESS NEWS : जहां उत्तर प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने में लगी हुई है व किसानों के लिए तरह तरह की किसान उपयोगी योजनाएं निकाल रही हैं लेकिन ये योजनाएं अधिकारियों के लिए कामधेनु गाय की तरह साबित होती हुई नजर आ रही है जिसका जीता जागता उदाहरण बाराबंकी के कस्बा कोठी में मौजूद पंजाब नेशनल बैंक शाखा कोठी उस्मानपुर में देखने को मिला। जहां पर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए किसानों को बैंक के महीनों चक्कर लगाने पड़ते हैं जिसके बाद भी किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बनता। इसी से परेशान सैकड़ों किसानों ने कई बार तो बैंक का घेराव भी कर चुके हैं जिसके बाद भी आज तक इस बैंक में सुधार नहीं हुआ। वहीं अगर इस बैंक में प्रमुखता से जांच कराई जाए तो किसान क्रेडिट कार्ड का परसेंटेज भी बहुत ही कम देखने को मिलेगा इसके अलावा फील्ड ऑफिसर आदर्श कुमार आई किसान क्रेडिट कार्ड की फाइलों को ना करते हुए अपने रंग में रंगे रहते हैं वही ग्रामीणों की मानें तो इस बैंक में तैनात बैंक प्रबंधक आय दिन खाता धारको से अशब्द शब्दों का प्रयोग करते है। वही किसानों की माने तो बैंक में तैनात उप बैंक प्रबंधक व अन्य कर्मचारी अपने कार्य में काफी सक्रिय रहते हैं लेकिन जो अन्य जिम्मेदार अधिकारी है वह अपने कार्य को पूरी जिम्मेदारी से ना करके किसानों का शोषण करने में लगे रहते हैं वहीं दूसरी तरफ बैंक की इस कार्यशैली से आसपास के किसान व ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिलता है। कई बार तो कई ग्रामीण व किसानों ने इसकी लिखित शिकायत संबंधित अधिकारियों से भी की लेकिन इस बैंक में तैनात बैंक प्रबंधक व फील्ड ऑफिसर सुधारने का नाम नहीं ले रहे हैं।
इस खबर को लिखने का मकसद किसी पर आरोप लगाना नहीं है बल्कि परेशान खाताधारकों की समस्या का हल हो सके. उम्मीद करते है की बैंक के अधिकारी खाताधारको को आगामी समय में बेहतर सेवाएं देंगे जिसके कारण उन्हें भविष्य में समस्याएं नहीं होंगी।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए बाराबंकी से संवादाता श्रवण चौहान की रिपोर्ट )