TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) स्कूल से लौट रही छात्रा का घर तक पीछा करने वाले स्कूटी सवार युवकों का छात्रा की नानी ने किया मुकाबला। मामला एनआईटी फरीदाबाद की डबुआ कालोनी के ई-ब्लॉक का है. जहाँ ग्यारवी कक्षा की छात्रा का साईकिल पर घर लौट रही किशोरी का स्कूटी सवार दो युवकों ने पीछा करना शुरू कर दिया। घर पहुंचते ही युवती ने अपनी नानी को सारी बात बताई इस पर बुजुर्ग महिला ने घर के बाहर निकलकर स्कूटी सवार युवको को ललकारते हुए पकड़ने की कोशिश की लेकिन युवक बुजुर्ग महिला की ललकार को देखते हुए भागने लगे लेकिन आगे गली बंद थी और महिला उनके सामने दीवार की तरह खड़ी हो गयी. अपने को फंसा देख युवको ने तेज गति से स्कूटी चलते हुए बुजुर्ग महिला को टक्कर मार दी. जिसकी चोट से उसकी टांग टूट गयी लेकिन इस बहादुर बुजुर्ग महिला ने स्कूटी को नही छोड़ा इस पर दोनों युवक स्कूटी छोड़कर फरार हो गए. फिलहाल बहादुर बुजुर्ग महिला हस्पताल में भर्ती करवाया गया है वहीँ पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गयी है.
हस्पताल में घायल पड़ी दिखाई दे रही यह वही बहादुर बुजुर्ग महिला है जिसकी टांग पर प्लास्टर चढ़ा हुआ है. इस महिला की बहादुरी की चर्चाये शहर में जमकर हो रही है. जिसने भी इस महिला की बहादुरी के बारे में सुना वह हैरान रह गए. इस बुजुर्ग महिला ने बताया की उसकी दोहती आज दोपहर साइकिल से छुट्टी के बाद स्कूल से घर लौट रही थी की दो स्कूटी सवार युवको ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया और रास्ते में उस पर अश्लील फब्तियां कसने लगे. युवको ने लगातार उसका घर तक पीछा किया और घर आकर उसकी दोहती ने उसे बताया की नानी मेरे पीछे दो युवक लगे हुए है जो घर तक आ पहुंचे है. इस पर वह बाहर निकली और युवको को ललकारा इस पर वह युवक स्कूटी पर भागने लगे लेकिन आगे गली बंद थी और वह उनके सामने दीवार बनकर खड़ी हो गयी। अपने को फंसता देख युवको ने स्कूटी से उन्हें टक्कर मारी और वह गिर गयी जिसके चलते उनकी टांग टूट गयी लेकिन उसने स्कूटी को नहीं छोड़ा। इसके बाद दोनों युवक फरार हो गए. बुजुर्ग महिला का कहना था की उसे मलाल है की वह उन्हें पकड़ नहीं पायी और यदि पकड़ लेती तो उन्हें मार देती।
इस घटना की सूचना पाकर हस्पताल पहुंचे नगर निगम के स्थापना अधिकारी रतनलाल रोहिला और समाजसेवी वरुण श्योकंद ने महिला की बहादुरी की भूरी भूरी प्रशंसा की. नगर निगम के अधिकारी ने बताया की शाम को वह अपने आफिस में बैठे हुए थे की उनके निगम कर्मचारी सत्यनारायण मेहरा का फोन आया की उनकी दोहती जो स्कूल से लौट रही थी और स्कूटी सवार युवको ने घर तक उसका पीछा किया और घर पर मौजूद उसकी नानी ने इन युवको का मुकाबला किया जिसमे उसकी टांग टूट गयी और युवको को स्कूटी छोड़कर भागना पड़ा. उन्होंने कहा की इस बुजुर्ग महिला ने बहादुरी की मिसाल कायम की है और ऐसी बुजुर्ग महिला को सम्मानित किया जाना चाहिए।