TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद,21 सितम्बर। हरियाणा के पूर्व मंत्री पं. शिवचरण लाल शर्मा के निधन पर प्रोफेसर संपत्त सिंह, पूर्व मंत्री गोपाल कांड़ा, इनेलो नेता जगदीष नायर, प्रषासनिक अधिकारी इन्द्रपाल बिष्नोई, पत्रकार दिनेष भारद्वाज, देषपाल सौरोत, राजेष शर्मा,पार्षद दयाशंकर गिरि, राजीव चैहान, रिंकू कुमार, महीपाल मेहता, रितु कुमार, निजाम अहमद, जितेन्द्र मोर, श्रीमद ब्राह्मण धर्मशाला जवाहर कालोनी के अध्यक्ष कैलाश चन्द शर्मा, हरीप्रसाद शर्मा, शिव प्रसाद भारद्वाज, दशरथ शर्मा, राकेश शर्मा, आशीष, तारा पहलवान, त्रिलोकचंद, देशराज, सुभाष शर्मा, अतुल वशिष्ठ, बलवीर सिंह कैरो, अमरीक सिंह भोगल, इन्द्रदेव, चंद्रभान गुप्ता,, अनिल कुमार शर्मा पर्वतीया कालोनी, रामावतार शर्मा, चन्द्रपाल, चन्द्रसैन, कृृष्ण कुमार, तेज सिंह, परशुराम, ओमप्रकाश मेहताआईडियल प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष बी.के. वाष्र्णेय, महासचिव आर.के. शर्मा, सदस्य बी.के. गुप्ता, राजेश नागर, नितिन कालरा, कैप्टन अजीत सिंह, पी.पी. सैनी, दर्शन सिंह, कैप्टन रतन सिंह डंडवाल, राशिद खान, कृपाल सिंह, प्यारा सिंह टोहरा, राजन कौशिक, चै. बिरजू, बी.एस. भंडारी, सुभाष शर्मा, उद्यम सिंह, रविदत्त, आर.एस. गर्ग, पी.के. गर्ग, रामलखन कुशवाहा, मुंशीराम शर्मा, रामरेखा यादव, सहित पाली, पावटा, धौज के पूर्व सरपंच व सामाजिक-धामिक संस्थओं के प्रतिनिधियों ने भी उनके निवास पर जाकर पूर्व मंत्री जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की तथा तथा पंड़ित जी के परिवार को इस दुख की घड़ी मंें धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
शोक सभा में परिजनों को सांत्वना देते हुए प्रोफेसर संपत सिंह ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री पंड़ित षिवचरण लाल शर्मा जी की मीठी वाणी, उनका जीवन, उनकी सादगी, उनके विचार प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा के स्त्रोत है और प्रत्येक व्यक्ति को उसे अपने जीवन में अपनाने चाहिए। वह मेरे सुख-दुख के साथी थे। उनके मेरे साथ बहुत ही अच्छे संबंध रहे है वह एक मिलनसार व्यक्ति थे। जब भी वह पूर्व मुख्यमंत्री चै. भूपेन्द्र सिंह हुडडा से मिलने जाते थे तो अपने एनआईटी विधानसभा-86 की बाते किया करते थे। समाज ने एक महान नेता और सामाजिक कार्यकत्र्ता खो दिया। यह राजनीति और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। हम सबको उनकी कमी हमेषा खलेगी।
पूर्व मंत्री गोपाल कांडा ने शोक सभा में कहा कि मैं और पंड़ित जी निर्दलीय चुनाव जीते थे और हम दोनों को ही हुडडा सरकार में मंत्री पद मिला था। मैं पंड़ित षिवचरण लाल शर्मा (बाबूजी) से जब भी मिलता था वह पिता की तरह खुष होते थे और अपना हाथ सदैव मेरे सिर पर रख आषीर्वाद दिया करते थे। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी मेरी संवेदना और प्रार्थना उनके परिवार के साथ है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
इनेलो नेता जगदीष नायर ने कहा कि पंड़ित जी अपने कार्यकाल में मंत्री होते हुए भी कभी भी पक्ष-विपक्ष की बात नहीं किया करते थे। मंत्री काल में मुझसे पूछते थे कि अगर तुम्हारे हल्के की कोई समस्या हो तो बताओं मैं उसे दूर कराने का पूरा प्रयास करूंगा। उनमें समाजसेवा की भावना मैंने शुरू से ही देखी थी। उनका मेरा परिवारिक रिष्ता था।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )