TODAY EXPRESS NEWS : ( रिपोर्ट / सुभाष शर्मा / वरिष्ठ पत्रकार ) फरीदाबाद का एक स्क्रैप व्यापारी पुलिस महकमे का इस्तेमाल अपना उल्लू सीधा करने में कर रहा है यह बड़ा कबाड़ी इससे पूर्व भी अपने व्यापारिक प्रतिद्वंद्वियों को पुलिस के माध्यम से प्रताड़ित करवा चुका है हाल ही में उक्त व्यक्ति ने जो एक रियल एस्टेट कंपनी में डायरेक्टर भी है एन आई टी डीसीपी विक्रम कपूर से एक दरखास्त मार्क करवा ली और अब पुलिस का दबाव बनाकर अपने साझीदार को अदालतों में चल रहे केस वापस लेने को मजबूर कर रहा है सूत्रों का कहना है कि नए पुलिस कमिश्नर जिनकी फरीदाबाद में पहले भी तैनाती रह चुकी है उनके साथ पुराने संबंध रखने वाले कुछ लोग अब इस बात का ठेका उठाने लगे हैं कि पुलिस कमिश्नर से वह हर जायज नाजायज काम करवा सकते हैं हालांकि पुलिस कमिश्नर ने अपनी पहली ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस शहर की कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी और किसी के साथ नजायज नहीं होने देगी तथा जो पुलिसकर्मी अपनी हद से बाहर जाकर काम करेंगे उनके खिलाफ भी कार्यवाही होगी। उनकी इस स्टेटमेंट के बाद सवाल उठता है कि उक्त स्क्रैप डीलर जैसे लोग जिन पर कई बार आयकर व केंद्रीय उत्पाद शुल्क के छापे लग चुके हैं पुलिस के आला अधिकारियों तक आसान अप्रोच कैसे बना लेते हैं ऐसे लोग पुलिस महकमे को बदनाम करते हैं वह चंद भ्रष्ट अधिकारियों से सांठगांठ कर कानून को अपनी सुविधा के अनुसार इस्तेमाल करते हैं पुलिस कमिश्नर को चाहिए कि ऐसे कथित दलाल किस्म के लोगों को पुलिस थानों व पुलिस कार्यालयों में न घुसने दे वह बार-बार शिकायतें मार्क करवाने वालों पर भी नजर रखें कि आखिर उनका इसके पीछे उद्देश्य क्या है ???