TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA ) पलवल, 06 जनवरी। सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान ने बताया कि गत 03 जनवरी को जिला क्षय रोग (टी.बी) बारे में मीटिंग का आयोजन किया गया। इसके लिए राज्य स्तरीय डब्ल्यू कंसलटेंट डॉ. संदीप राठोर विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि जिला पलवल में 1740 मरीज टी.बी. (क्षय रोग) से ग्रस्त है, जिसमे से कैट.1 -1282, कैट.2-413, एमडीआर के 31 तथा टी.बी. व एड्स कोइन्फेक्टेड (साथ-साथ) के 14 मरीज है। इस मीटिंग मे बताया गया कि एमडीआर टी.बी. के मरीजों को स्वास्थ केंद्र पर आने जाने का किराया, फॉलोअप जाँच हेतु रोहतक व दिल्ली आने जाने का किराया (माह में 1 बार) स्वास्थ विभाग द्वारा दिया जायगा।
उन्होंने बताया कि टी. बी. की दवाई मरीज को रोजाना लेनी पड़ती है जिससे कि इलाज बहुत ही सरल हो गया है, इससे पहले ये दवाई सप्ताह मे तीन बार लेनी पड़ती थी 7 बिगड़ी हुई टी.बी.(कैट.2) की जाँच हेतु सीबी नॉट मशीन जिला टी. बी. कार्यलय में इस महीने के अन्त मे लगा दी जाएगी, जिससे मरीजो को बी.के. अस्पताल, फरीदाबाद एवं इधर उधर भटकने कि आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इसके अलावा डॉट्स प्रोवाइडर (टी. बी की दवाई खिलानेवाला) का भी भत्ता इलाज की अवधि पूरी होने पर दिया जायगा। एमडीआर के मरीज के इलाज का कोर्स दो साल तक चलता है और डॉट्स प्रोवाइडर को 5000 रूपये दिये जाते है। बिगड़ी हुई टी. बी. (कैट.2.) के मरीजो को घर पर पौष्टिक आहार देना अनिवार्य है।
बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि प्राइवेट डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग को टी.बी. के मरीजो कि रिपोर्ट नहीं भेजते जोकि एक गंभीर मुद्दा है। अत: प्राइवेट डॉक्टर को आदेश दिये गए है कि जो डॉक्टर व अस्पताल टी. बी. के मरीजो कि जानकारी नहीं देंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जायगी।
सभी जिले के ड्रग्स स्टोर संचालको को टी. बी. के मरीजो कि जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देना अनिवार्य है।
बैठक में जिला क्षय रोग अधकारी डॉ. राजकुमार, डॉ.संदीप राठोर, डॉ. पल्लवी गुप्ता, सतबीर सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधकारी व कर्मचारी मौजूद थे।