TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद, 14 अप्रैल। नगर निगम द्वारा नगर निगम सभागार में ठोस कचरा प्रबंधन रूल्स 2016 के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें निगमायुक्त अनीता यादव द्वारा लोगों से अपने घरों, होटल, रेस्टोरेन्ट, गैस्ट हाउस, वाणिज्य कार्यालय, सरकारी कार्यालय, बैंक इंश्योरेंस कार्यालय, कोचिंग कक्षाएं/शिक्षण संस्थान, मैरिज हाॅल, आरडब्ल्यूए व स्कूलों से निकलने वाले गीले व सूखे कूड़े को अलग-अलग कर उसका वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करने की अपील की जिसकी जिम्मेदारी कूड़ा कचरा उत्पन्न करने वाले संस्थान की है।निगमायुक्त अनीता यादव, मुख्य अभियंता डी.आर. भास्कर, अतिरिक्त निगमायुक्त रोहताश बिश्नोई, कार्यकारी अभियंता ठोस कचरा प्रबंधन श्याम सिंह सहित अन्य कई संस्थानों और होटलों के संचालकों ने नगर निगम सभागार में हुई कार्यशाला में कंपनी द्वारा लगाए गए ऊर्जा वायो एनर्जी एंड कम्पोस्ट सिस्टम (कीचन का वेस्ट निकालने वाली मशीन) सलाईडर मशीन, सलाईडर मिक्सचर, (पार्क के कूड़ेव अन्य कूड़े को मिक्स करके बनाई खाद के लिए) बायोगैस प्लांट (गोबर से गैस बनाने वाला प्लांट) का भी अवलोकन किया तथा जानकारी हासिल की। निगमायुक्त अनीता यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि किचन से निकलने वाला कचरा जैसे चाय पत्ती, अडंे के छिलके, सब्जियों के छिलकें, मीट और हड्डी, पेड़-पौधे से निकलने वाले पत्ते व फूल, नारियल के छिलके, राख इत्यादि गीले कचरे के लिए हरे डस्टबिन तथा अखबार, कागज, ग्लास, धातू की वस्तू एंव तार, प्लास्टिक, कपड़ा, चमड़ा, रेक्सीन, लकड़ी, पालीस्ट्रीन, पैकेजिंग सामगी्र इत्यादि सूखे कचरे के लिए नीले डस्टबिन का प्रयोग करे। इसके अलावा निगमायुक्त ने गीले कचरे को जॅहा तक सम्भव है पार्क/परिसर के अन्दर ही प्रोसेस करके खाद या बायो गैस उत्पादन करने हेतु व्यव्स्था विकसित करें। इस बारे बताया जाता है कि परिसर में अगर जगह उपलब्ध है तो पिट बनाकर खाद बनाये अन्यथा बाजार में खाद या बायो गैस उत्पादन करने हेतु अलग-अलग क्षमताओं की मशीन उपलब्ध है, जिनको आप अपने अनुसार परिसर में लगवा सकते है।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा के साथ मनजीत सिंह की रिपोर्ट )