TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) फरीदाबाद में पिछली बार राजनीति की भेंट चढा दशहरा इस बार भी अटकता हुआ नजर आ रहा है, जिसको लेकर सिद्धपीठ हनुमान मंदिर में आल इंडिया सनातन धर्म के दर्जनों महंत महात्माओं ने बैठक की, बैठक में पूरे देश के अलग अलग राज्यों से पहुंचे धर्मगुरूओं ने निर्णय लिया कि अनुमति को लेकर सभी लोग जिलाउपायुक्त और सत्तापक्ष के लोगों से मिलेंग उसके बाद भी उन्हें दशहरा मनाने की अनुमति नहीं दी गई तो पूरे शहर में काला दशहरा मनाते हुए काले झंडे लगायेंगे और जगह जगह हिंदु की हितैषी भाजपा सरकार की पोल खोलेंगे।
फरीदाबाद में पिछले 65 सालों से हर साल जोर-शोर से मनाये जाने वाला दशहरा का कार्यक्रम पिछली बार तो राजनीति की भेंट चढ़ ही गया था, लेकिन इस बार भी इस कार्यक्रम में राजनीति आडे आ रही है। हर साल सिद्धपीठ हनुमान मंदिर द्वारा दशहरा मनाने व रावण दहन का कार्यक्रम किया जाता है। पिछली बार भी पूरी तैयारियां हो गई थी। लेकिन ऐन वक्त पर भाजपा विधायक और उसके समर्थकों ने पुलिस व प्रशासन की मिलिभगत से न केवल दशहरा का आयोजन होने दिया, बल्कि रावण को जलने से पहले ही उठा लिया गया।
इस बार अब बस दशहरा में 10 दिन बाकी है और प्रशासन ने उन्हें अनुमति नहीं दी है जिसको लेकर आज सिद्धपीठ हनुमान मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया ने आल इंडिया सनातन धर्म के दर्जनों महंत महात्माओं को बुलाया, पूरे देश के अलग अलग राज्यों से पहुंचे संत महात्माओं ने बैठक की और बैठक में निर्णय लिया था पहले वो सभी प्रशासन और सत्तपक्ष के लोगों से अनुमति के लिये अपील करेंगे अगर अनुमति नहीं मिली तो पूरे शहर काला दशहरा मनाते हुए काले झंडे लगायेंगे। इतना ही नहीं मंदिर और धर्म के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा सरकार के बारे में लोगों को बातायेंगे की हिंदुओं की हितैषी सरकार आज उन्हें दशहरा तक नहीं मनाने दे रही है।
महंत सूर्यबिहारी शरण, सनातन धर्म विद्यालय के राष्ठीय अध्यक्ष।
वहीं सिद्धपीठ हनुमान मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया का कहना है कि पूरे शहर की आस्था दशहरे के साथ जुडी है भक्तों की आस्था के लिये वो किसी भी नेता या प्रशासनिक अधिकारी के दरवाजे पर जाने के लिये तैयार हैं वो चाहते हैं कि उन्हें दशहरा मनाने की अनुमति दी जाये ताकि पिछले 67 सालों से मनाते आ रहे पर्व को वो लगातार रख सकें।
राजेश भाटिया, प्रधान, सिद्धपीठ हनुमान मंदिर