TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) 23 सितंबर 2017। मौसम के प्रभाव के चलते शहर में वायरल के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। अस्पताल की ओपीडी में मरीज सर्दी लगकर बुखार चढ़ना, गले में खरांश, सर्दी-जुकाम, बदन दर्द की शिकायत लेकर आ रहे हैं, जो आमतौर पर वायरल बुखार के कारण होता है। लगातार बढ़ रहे मच्छरों के प्रकोप के कारण डेंगू, मलेरिया के मरीज बढ़ गए हैं। इसके अलावा शहर में हो रही दूषित पेयजल सप्लाई के कारण लोग टायफाॅयड के शिकार हो रहे हैं।
एशियन अस्पताल के फिजिशियन डाॅ प्रांजित भौमिक ने बताया कि हमारी ओपीडी में आने वाले मरीजों में डेगूं के मरीज 40 प्रतिशत, मलेरिया के 10 प्रतिशत और टायफाॅयड के 5 प्रतिशत मरीज लगातार आ रहे हैं, जो सर्दी और बदन दर्द, सूजन, आंखों में जलन, जोड़ों में दर्द, उल्टी और बुखार होने की समस्या लेकर आ रहे हैं। अचानक हुई बरसात से ये समस्या और बढ़ सकती हैं। जलभराव के कारण मच्छर बढे हैं इसके कारण डेंगू मलेरिया और टायफाॅयड संभावित मरीज लगातार अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे हैं।
डाॅ भौमिक का कहना है कि ऐसे मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को खास देखभाल की जरूरत होती है। ऐसे मौसम में सांस संबंधी समस्याएं और निमोनिया होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे मौसम में होने वाली बरसात लोगों को बीमार कर सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों में रोग पगतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वे जल्दी ही बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में बरसात में भीगना उनके लिए नुकसानदेय हेा सकता है, इसलिए उन्हें इस मौसम में बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। यदि किसी कारणवश बाहर निकलना पड़ रहा है तो बरसात में खुद को भीगने से बचाना चाहिए।
गर्म पेय पदार्थाे जैसे- चाय, सूप, काॅफी आदि का सेवन करना चाहिए।
पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए।
मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए।
बुखार होने पर तुरंत डाॅक्टर से जांच करना चाहिए।
रक्त की जांच के माध्यम से डेंगू, मलेरिया होने की पुष्टि की जा सकती है।
डाॅक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें।