TODAY EXPRESS NEWS ( Ajay verma ) एन एच ३ स्थित डी. ए. वी. शताब्दी कॉलेज में 23 वाँ दीक्षान्त समारोह आयोजित किया गया। दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में महर्षि दयानन्द विश्वविद्यायल, रोहतक के कुलपति प्रोफेसर विजेन्द्र कुमार पुनिया जी मौजूद रहे । समारोह की अध्यक्षता डी.ए.वी. मैनेजिंग कमेटी के उप प्रधान डा. एन. के. ओबेरॉय द्वारा किया गया।
कार्यक्र्म का सुभारम्भ कुलपति प्रोफेसर पुनिया, कार्यक्र्म अध्यक्ष उप प्रधान डा. एन. के. ओबेरॉय, कार्यक्र्म की कन्वीनर डॉ सविता भगत, डॉ डी पी वैद एवं अन्य वरिष्ष्ठ शिक्षाविदों द्वारा डी ए वी गान एवं दिप प्रज्वल्लित कर किया गया | कारकर्म की शुरआत प्राचार्य डॉ सतीश आहूजा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए किया जिसमे उन्होंने कुलपति प्रोफेसर पुनिया द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गए विभ्भिन्न उपलब्धियों को छात्रों को बताया और साथ ही डॉ एन के ओबेराय जो की पूर्व में हंस राज कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे पदों को सुशोभित करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में योगदान किया है, उस पर प्रकाश डाला |
मंच सञ्चालन कर रही कार्यक्र्म की कन्वीनर डॉ सविता भगत ने बताया की दीक्षान्त समारोह में स्नातक एवं स्नातकोत्तर के विभिन्न विधाओं के लगभग 1500 मेधावियों को उपाधियों से नवाजा गया। 2013-2014, 2014-2015, 2015-2016, 2016-2017 इन चार सत्रों के मेधावी छात्र एवं छात्राओं को कुलपति महोदय के शुभ कर -कमलों से प्रषस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
23 वाँ दीक्षान्त समारोह में प्रोफेसर पुनिया ने अपने भाषण में बतौर मुख्य अतिथि एम.डी.यू. रोहतक के वाइस चांसलर प्रो. विजेन्द्र पुनिया ने अपने सम्बोधन में कहा की दीक्षांत समारोह हमारे शिक्षा जीवन के पहले पड़ाव पर विराम लगा कर दूसरा सफर प्रारम्भ होता है | प्रोफेसर पुनिया ने महर्षि दयानन्द के गुरु श्री विजयानंद महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की अहंकार रहित सफलता प्राप्त करने के लिए अपने जीवन में हमेशा कर्मशील, प्रगतिशील एवं संघर्षील रहना चाहिए | अपने जीवन में शिक्षा, सफलता के साथ अच्छे इंसान बनाना भी आज के समय की मांग है | अपने जीवन में नैतिक मूल्यों का पालन करते हुए संस्कारी बनना हमारे जीवन का लक्ष्य होना चाहिए |
दीक्षांत समारोह जब मेधावियों को प्रषस्ति -पत्र दिया गया तो उसकी अनुभूति से उनके चेहरे भी दमक उठे।
कार्यक्रम के कन्वीनर डॉ सविता भगत एवं डा. डी. पी वैद के नेतृत्व में कॉलेज के सभी टीचिंग स्टाफ एवं नॉन टीचिंग स्टाफ पूरी भागीदारी निर्वहन किया | कार्यकम के समापन एवं धन्यवाद सम्बोधन में डॉ डी पी वैद ने आये हुए सभी छात्रों, अपनी पूरी टीम और कार्यक्र्म से जुड़े सभी का आभार वयक्त किया |