TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) सार्क चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के जनरल असेंबली मेंबर एस एस बांगा ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को पंख लगाना है तो खुद के पैरों पर खड़ा होना पड़ेगा। इसके लिए जरूरी है कि खुद का उद्योग लगाना। फिर उस उद्योग को मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया के रूप में परिवर्तित करना। दुर्भाग्य से बड़ी संख्या में युवा पढ़ाई के बाद रोजगार तलाशने लगते हैं। खुद के उद्योग लगाने पर ध्यान नहीं देते। शुरूआत में ऐसा करें तो इसका सकारात्मक असर देखने को मिलेगा।
वे एनएच तीन स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज में बीबीए संकाय द्वारा आयोजित औद्योगिक प्रदर्शनी और कार्यशाला ‘विज ओ ब्रिज’ में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इसकी अध्यक्षता प्रिंसिपल डॉ. सतीश आहूजा ने की। बांगा ने विक्टोरा कंपनी की स्थापना से छात्रों को अवगत कराया। किस तरह उनके पिता गंभीर सिंह बांगा ने मामूली जमापुंजी से बड़े उद्योग में विक्टोरा को तब्दील कर दिया। प्रिंसिपल डॉ. आहूजा ने कहा कि जीवन में जोखिम लेने वाले ही आगे बढ़ते हैं। सकारात्मक सोचें तो परिणाम भी मन के मुताबिक होता है। इस मौके पर जीएस बांगा के प्रेरक व्यक्तित्व पर बनी शॉर्ट फिल्म भी छात्रों को दिखाई गई। प्रदर्शनी में 20 स्टॉल लगाए गए थे। इसमें ऑटो मोबाइल, आईटी, बुक, कोचिंग इंस्टीटयूट, बुक पब्लिशिंग, सीसीटीवी, एविएशन, पर्सनल केयर आदि से संबंधित थे। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का स्वागत प्रोफेसर डॉ. सुनीति आहूजा, कार्यशाला समन्वयक मुकेश बंसल, संयोजक वीरेंद्र भसीन, सह संयोजक सुरभि ने किया। इसे सफल बनाने में रश्मि रतूड़ी, अंकिता रंजन, निशा सिंह, कुमारी रूचि चौहान, बीबीए, बीबीए कैम, बीटीटीएम के छात्रों ने महती भूमिका का निर्वाहन किया। निर्णायक मंडल के रूप में ज्योति संग और महिला उद्यमी जया गोयल शामिल थे।
इन्होंने मारी बाजी
स्टॉल श्रेण्ी में
प्रथम पुरस्कार मोदी केयर
दूसरा पुरस्कार मोहन आयल मील
तीसरा पुरस्कार फ्लेज इंस्टीटयूट ऑफ ऑटोमेशन
छात्रों की श्रेणी में
प्रथम-मनीषा और भूपेंद्र, चौधरी इंडस्ट्रीज
दूसरा-नेहा और ललित, आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन
तीसरा-प्रभजोत व अजोना, सिस्टेमिक इलेक्ट्रीक प्राइवेट लिमिटेड