TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) फरीदाबाद : हर साल सर्दी शुरू होते ही प्रशासन द्वारा लाख दावे किये जाते है की वह सड़को की पुटपाथ , रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म या कही भी खुल्ले में किसी बेघर को नहीं सोने देंगे और इस बार हर बेसहारा व्यक्ति को रेन बसेरे तक पहुंचाया जाएगा जिसका जो मजबूरी के चलते खुले में सोने को मजबूर है. वहीं इसके उल्ट हर बार मिडिया प्रशासन के दावों की पोल खोल देती है जिसके चलते मीडिया दिखाती है की कैसे प्रशासन के दावे मात्र दिखावे ही है और लोग खुले में सोने को मजबूर है. इस बार टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ और युवा आगाज़ संगठन ने मीडिया ने इस बात को गम्भीरता से लेते हुए प्रशासन से मांग की है की प्रशासन द्वारा इस बार किसी भी बेसहारा व्यक्ति को खुले में सोने ना दे और तुरंत प्रभाव से रैन बसेरो को बनवाये और जो सरकारी रैन बसेरे बने हुए है उनकी हालत सुधारे। युवा आगाज़ संगठन इस मुद्दे को लेकर पिछले साल भी काफी गंभीर दिखाई दिया था जिसके बाद कुछ समाजिक संगठनो ने उनकी मदद करते हुए उन्हें कम्बल दान किये जिसे उन्होंने ज़रूरतमंद लोगो तक पहुंचाया।
इस बारे में युवा आगाज़ संगठन की के सदस्य और समाजसेवी अनुज भाटी ने बताया कि पिछले साल उन्होंने और उनके संगठन के सदस्यों ने इस बात को लेकर फेसबुक पर पोस्ट किया था जिसके बाद कई समाजिक संस्थाओ ने उन्हें कंबल और रजाई देकर बेसहारा लोगो की मदद करने की एक छोटी सी कोशिश की थी. वहीँ उन्होंने कहा की हर बार देखा जाता है की प्रशासन दावे करता है की किसी भी बेसहारा व्यक्ति को खुले में रात नहीं गुजारनी पड़ेगी लेकिन उन्होंने और उनके संगठन के सदस्यों ने जब फुटपाथ और रेलवे स्टशनो पर जाकर देखा तो लोग अभी भी खुले में सोने को मजबूर थे जिसके चलते उन्होंने इन मजबूर लोगो के लिए फेसबुक पर एक पोस्ट की थी जिसके बाद कुछ लोगो ने उनकी पोस्ट को पढ़ने के बाद उनसे सम्पर्क किया और उन्हें कम्बल और रजाईयाँ दी जिन्हे उनके युवा आगाज़ संगठन ने उन कम्बल ओट रजाईयों को खुले में सो रहे लोगो को वितरित किये। उन्होंने बताया की इस पिछली बार उन्होंने एक कोशिश की थी लेकिन यह कोशिश पूरी तरह से तभी – सफल होगी जब जिला प्रशासन रैन बसेरो तक हर बेसहारा व्यक्ति को पहुचाये।
युवा आगाज़ संगठन के सदस्य अनुज भाटी ने बताया की वह इस बार भी जब उन्होंने खुले में सो रहे लोगो से बात की तो उन्होंने कहा कि हमे ये ही नहीं पता कि रेन बसेरे है कहां।उनकी दशा प्रसासन के लिए बेहद ही शर्मनाक है।अनुज भाटी ने कहा कि प्रसाशन को चाहिए कि वो रैन बसेरो के जगह का पता लगाने के लिए शहर में पोस्टर्स लगवाए या पेंटिंग करवाएं ताकि लोगो को उनकी सेवा का सही समय पर पता लग सके। उन्होने कहा की इसके लिए वह अपने संगठन के सदस्यों के साथ जल्द ही शहर के नवनियुक्त उपयुक्त से मिलेंगे और रैन बसेरों को तत्काल प्रभाव से दुरुस्त करके उन्हें लोगो की सेवा में जल्द लाने की गुहार लगाएंगे।