TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA ) ओल्ड फरीदाबाद के सब्जी मंडी चौक से कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने विकास क्रांति यात्रा निकाली। जिसमें फरीदाबाद के सैंकडों बीजेपी कार्यकर्ता और स्थानीय लोग शामिल रहे. ओल्ड फरीदाबाद की मार्केट से निकली विकास क्रांति यात्रा में पैदल मार्च करते आ रहे मंत्री विपुल गोयल का व्यापारियों ने फूलमालाओं के साथ जमकर स्वागत किया। स्वागत के दौरान 1 किलोमीटर लंम्बी मार्किट में हजारों व्यापारियों का मंत्री विपुल गोयल के प्रति प्यार उमड पडा और सभी ने उनका फूलों की बारिश करते हुए स्वागत किया। मार्किट से पुरानी अनाज मंडी पहुंचे मंत्री विपुल गोयल ने 188 करोड़ की लागत से विकास कार्यो का शिलान्यास किया। जिसमे मूलभूत सुविधाओं में सड़क , सीवर , पार्क और बरात घर जैसे विकास कार्य शामिल है. इस मौके पर उन्होंने विपक्ष को जमकर लताड़ा और कहा की बीजेपी का मुख्य मुद्दा सिर्फ और सिर्फ विकास है. विभाजन के समय भारत आये लोगो को शरणार्थी कहने वाले लोगो के खिलाफ उन्होंने कानून बनाये जाने की मांग करते हुए उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करने की बात कही और कहा की वह सच्चे हिन्दुस्तानी है और उन्हें शरणार्थी नहीं बल्कि पुरषार्थी कहा जाना चाहिए।
विकास क्रांति यात्रा करते हुए केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ओल्ड फरीदाबाद की अनाजमंडी में पहुंचे जहाँ व्यापारियों और दर्जनों संगठनों के लोगो ने उनका ज़ोरदार स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने 188 करोड़ के विकास कार्यो का शुभारम्भ किया जिसमे क्षेत्र की तमाम मूलभूत सुविधाएं शामिल है. इस मौके पर बल्लभगढ़ और पृथला के विधायक भी शामिल रहे.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए केबिनेट मंत्री ने कहा की आज उन्होंने ओल्ड फरीदाबाद जो की उनका घर है यहाँ विकास का संकल्प लिया गया और मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न योजनाओ के तहत मंजूरी मिलने के बाद 188 करोड़ के विकास कार्यो का शिलान्यास किया गया है उन्होंने कहा की जनक्रांति जनता के वोट से आती है और जनता ने भ्र्ष्ट हुड्डा को बदलकर दिखा दिया। उन्होंने कहा की 188 करोड़ के विकास कार्यो से ओल्ड फरीदाबाद की तस्वीर पूरी तरह बदल जायेगी और लोगो को तमाम सुविधाएं नए रूप में उपलब्ध होंगी।
भारत के विभाजन के समय पाकिस्तान से आये हिन्दू भाइयो को रिफ्यूजी कहने पर उन्होंने विपक्ष को जमकर आड़े हाथो लेते हुए कहा की जो लोग वहां से आये थे वह अखंड भारत के हिस्से से तब आये थे जब उस क्षेत्र को पाकिस्तान का नाम दिया गया था. लेकिन वह लोग पाकिस्तानी कहलाना पसंद नहीं कर रहे थे इसलिए वह अपने कारोबार और ज़मीन-जायदाद छोड़कर आ गये. इसलिए वह शरणार्थी नहीं बल्कि पुरषार्थी है और उन्हें पुरषार्थी कहा जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने अपने पुरषार्थ से अपने आप को अपने पैरो पर खड़ा किया। उन्होंने कहा की मेरी मांग है की जो लोग शरणार्थी शब्द का प्रयोग करते है उनके खिलाफ कानून बनाना चाहिए और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा की मेरा सपना है की पूर्व की सरकारों ने फरीदाबाद का जो नाम मिटा दिया था उसे फिर से खुशहाल बनाना है. उन्होंने कहा की जनता ने जो उन्हें प्यार दिया है उसका ऋण वह कभी नहीं उतार सकते। उन्होंने कहा की आज सभी मुद्दे ख़त्म हो चुके है और बीजेपी के शासन में सिर्फ और सिर्फ विकास ही एक मुद्दा है.