TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA ) सूरजकुंड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेला परिसर में पहली बार हरियाणवी व्यंजनों के शौकिनों के लिए हरियाणवी रसोई को स्थापित किया गया है। इस रसोई में आगंतुक हरियाणा के पारंपरिक व्यंजनों जैसे कि बाजरे की खिचड़ी, कचरी की चटनी, टिकड़ा जैसे लजीज व्यंजन का लुत्फ उठा रहे हैं। इसी खाने के जायके को शहर के मौजिज लागों पत्रकारों और पुलिस अधिकारियों को चखाने के लिये आज केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने आमंत्रित किया। हरियाणवी रसोई में पहुंचे केबिनेट मंत्री विपुल गोयल के साथ पत्रकारों और उद्योगपतियों ने हरियाणवी रसोई का स्वाद चखा और भेटभर कर खाना खाया।
इस बारे में केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि हरियाणवी रसोई में बाजरे व मेथी की रोटी, टिकड़े, बाजरे की खिचड़ी, दलिया, शक्कर रोटी, खांड रोटी, शक्कर वाली खीर, चना, सरसों, बथुए का साग, पीली दाल, चूरमा व ग्वार की फली की सब्जी, पापड़ की सब्जी, बड़ी का साग व कढ़ी के अलावा हरियाणवी खट्टी रबड़ी तथा लस्सी का भी स्वाद भी लोगों को लेने के लिए मिल रहा है। खाने की संख्यां और गुणवत्ता बताने के बाद मंत्री ने लोगों से अपील की कि हरियाणवी खाने को देश दुनियां में प्रोमोट करें। वहीं मंत्री ने विपक्षियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछले 50 सालों में सरकारों ने हरियाणवी रसोई की अनदेखी की है लेकिन पहली बार भाजपा सरकार ने इस खाने को बढावा देेने के लिये इतना बढा कदम उठाया है।
वहीं विदेश से आये दर्शक भी हरियाणवी खाने की ओर खींचे चले आ रहे हैं और पेटभर खाना खाने के बाद हरियाणवी खाने की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
इतना ही नहीं हरियाणवी थाली का जायका चखने पहुंचे उद्योगपतियों ने हरियाणवी रसोई के बारे में बोलते हुए कहा कि सरकार की हरियाणा के खाने को बढावा देना बहुत अच्छा कदम है, आज उन्हें बडे दिनों के बाद हरियाणवी खाना खाने के लिये मिला है जो कि बेहद स्वादिष्ठ और जायकेदार है।