TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद, 06 अगस्त। हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन तिगांव के कांग्रेसी विधायक ललित नागर ने विधानसभा में मौजूद मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में अपने हाथों में कागज लहराते हुए स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार से दो-दो हाथ किए। इस दौरान उन्होंने सदन के पटल पर पूछा कि केंद्र सरकार ने फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी का दर्जा तो दे दिया गया है परंतु इस शहर में स्मार्ट जैसा कुछ नहीं है। मामूली सी बरसात में सडक़ों का जलमग्र हो जाना और घण्टों पानी की निकासी न होना, टूटी सडक़ें, जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर भाजपाईयों की स्वयंभू स्मार्ट सिटी की पोल खोलने का काम करता है। उन्होंने सदन में पूछा कि आखिर स्मार्ट सिटी के लिए आया पैसा किस मद में खर्चा हुआ है, इसका ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए। इतने पर ही विधायक ललित नागर चुप नहीं हुए। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में जो उन्होंने तिगांव क्षेत्र की कालोनियों में सीवरेज डालने का मुद्दा उठाया था, उसका संज्ञान लेते हुए सरकार ने 150 करोड़ सीवरेज के लिए मंजूर किए, लेकन कालोनियों में डाली जा रही सीवरेज परियोजना में बड़ा घोटाला किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक-एक गली में 100-100 घर है, और वहां जो सीवरेज डाली जा रही है वहां 6-6 इंची के पाइप डाले जा रहे है, जो आबादी के लिहाज से नाकाफी है और इन पाइपों से सीवर लम्बे समय तक नहीं चलेगी बल्कि जाम हो जाएगी इसलिए यहां एक-एक फुट के पाइप डाले जाए। जिस पर शहरी निकाय मंत्री कविता जैन ने कहा कि वह स्वयं इस मामले की जांच कराएगी और अगर ऐसा हो रहा है तो वह कांट्रेक्टर और ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करेंगी वहीं नागर ने कहा कि तिगांव क्षेत्र के सेक्टरों व कालोनियों में मामूली सी बरसात में पानी जमा हो जाता है, यहां जल निकासी के कोई उचित समाधान नहीं है, उन्होंने शहरी निकाय मंत्री कविता जैन से पूछा कि जलभराव को लेकर क्या प्रयास किए जा रहे है, इस बीच मंत्री कविता जैन से असंतोषजनक जवाब मिलने से उग्र होकर विधायक ललित नागर ने कहा कि अगर वह जल निकासी की व्यवस्था नहीं कर सकती तो उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। इसको लेकर विधानसभा स्पीकर ने विधायक ललित नागर को शांत करवाया। विधायक ललित नागर ने राशन डिपो होल्डरों पर धांधली बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक-एक व्यक्ति पर 10 से 15 डिपो है और यह लोग तीन-चार महीने तक राशन नहीं बांटते, जिससे गरीबों लोगों को परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा ही एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां विधायकों का ग्रांट नहीं मिलती, जबकि अन्य राज्यों में ग्रांटें मिलती है इसलिए सरकार चाहे किसी भी पार्टी का हो, विधायकों को ग्रांट मिलनी चाहिए। इसके अलावा ललित नागर ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि फरीदाबाद में दो जगह किसान आंदोलनरत है, एक 19 गांवों के किसानों बढा हुआ मुआवजा और दूसरा आईएमटी में पिछले डेढ साल से धरने पर बैठे किसान। उन्होंने कहा कि 19 गांवों के किसान सरकार से मायूस होकर हाईकोर्ट पहुंचे, जहां उनके मुआवजे को 1860 की दर से देने के आदेश दिए गए परंतु सरकार ने उसे 1760 कर दिया, आखिर सरकार हाईकोर्ट का फैसला क्यों नहीं मानती और किसानों को उनका मुआवजा क्यों नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान वर्षाे से संघर्षरत है इसलिए सरकार का दायित्व बनता है कि वह एक कमेटी गठित करके किसानों को मुआवजा देने का काम करें, अन्यथा वह स्वयं किसानों के साथ सडक़ों पर उतरकर सरकार की ईट से ईट बजाने का काम करेंगे।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )