TODAY EXPRESS NEWS : सुभाष शर्मा / वरिष्ठ पत्रकार / फरीदाबाद / देश के प्रतिष्ठित पदमश्री अवार्ड से सम्मानित डा. पाण्डेय की कार्यशैली से सेक्टर-21ए के लोगों का जीना दूभर हो गया है। अपने उच्च संबंधों की घौंस दिखाकर डा. पांडे का एशियन अस्पताल न केवल पर्यावरण से खिलवाड़ कर रहा है बल्कि लोगों के घरों के आगे अवैध पार्किंग करवा कर उनके मौलिक व मानवीय अधिकारों का भी हनन कर रहा है। लोगों ने परेशान होकर डब्ल्यूसीआरए -21ए के माध्यम से पुलिस में उनके विरूद्ध शिकायत भी करी है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि एशियन के बाऊंसर व सुरक्षा प्रभारी अमरजीत लोगों को डराता धमकाता है। गाली-गलौच करता है व तीन दिन पूर्व तो उसने सेक्टर के गेट 2ए का बरसों पुराना ताला तोडक़र गेट भी खोल दिया। विरोध करने पर अपने हथियारों का डर दिखाकर वो सरेआम गुंडागर्दी कर रहा है। डब्ल्यूआरसीए 21 का आरोप है कि डा. पाण्डे अपने संबंधों के बल पर पुलिस प्रशासन को जेब में रखने की बात कहता है और किसी कायदे कानून को नहीं मानता।
क्या कर रहा है एशियन अस्पताल
दरअसल अस्पताल ने अपनी बेसमेंट जो पार्किंग के लिए आरक्षित थी, वहां जिम सहित व्यवसायिक इस्तेमाल कर रहा है और अस्पताल में आने वाले लोगों की गाडिय़ां सेक्टर की गलियों में लोगों के घरों के आगे लगवाता है, जिससे लोगों को भारी तकलीफ झेलनी पड़ रही है। वे अपने वाहन तक नहीं निकाल पाते। इतना ही नहीं डा. पाण्डेय ने एशियन के बाहर ग्रीन बेल्ट पर अवैध कट बनाकर वहां गाडियां भी खड़ी करता है और आने जाने के लिए भी इस्तेमाल करता है। अब तक वो दर्जनों पेड़ों को नुकसान पहुंचा चुका है। लोगों की मांग है कि वहां अवैध कट बंद होना चाहिए व सर्विस रोड पर उनकी गाडिय़ां खड़ी नहीं होनी चाहिए। पिछले दिनों लोगों ने सर्विस रोड पर एक गेट लगाने का प्रयास किया था परंतु जिला प्रशासन ने इस काम को रुकवा दिया ताकि लोगों के घरों के आगे गाडिय़ांं खड़ी होती रहे। मेडिकल वेस्ट का उचित निपटान नहीं अस्पताल प्रबंधन प्रतिदिन अस्पताल से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट का उचित निपटान न करके उसे ऐसे ही उठवा देता है, जिस कारण सेक्टर के लोगों का जीना हराम हो गया है। इस वेस्ट से बदबू आती है और अक्सर उसे रेलवे लाइन के करीब डम्प होते देखा जा सकता है। नगर निगम व पर्यावरण विभाग के मंत्री विपुल गोयल का विभाग भी आंखें मूंदे बैठा है।
पानी-सीवर की बुरी हालत
एशियन अस्पताल ने यहां अवैध बोर कर रखे है और प्रतिदिन लाखों गैलन पानी निकाला जाता है, जिसके चलते सेक्टर 21ए का भूजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। इसकी शिकायत कई बार प्रशासन से की गई है, परंतु कोई कार्यवाही नहीं होती। एशियन अस्पताल में बने सैकड़ों कमरों के चलते सेक्टर का सीवर भी अक्सर जाम रहता है। एशियन ने इसकी मंजूरी नगर निगम से नाममात्र टायलेट की ले रखी है, जबकि यहां सैकड़ों टायलेट है। इस पर भी आज तक कार्यवाही नहीं हुई।
अवैध निर्माण व बैसमेंट का व्यवसायिक इस्तेमाल
अस्पताल प्रशासन अभी भी अस्पताल में अवैध निर्माण कर रहा है। नगर निगम व हुडा विभाग अगर इसके द्वारा पास कराये गए नक्शों के आधार पर जांच करे तो कई हजार फुट अवैध निर्माण यहां मिलेगा। पिछले कुछ दिनों से यहां अवैध निर्माण जारी है परंतु निगम की महासिंघम श्रीमती अनीता यादव इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर हैरानी
सेक्टरवासियों को इस बात की बड़ी हैरानी है कि जब चुनाव में वोट चाहिए होते है तो सेक्टरवासियों के आगे गुहार लगाते है परंतु चुनावों के बाद उनकी समस्याओं को कोई सुनने को तैयार नहीं। क्षेत्र की विधायक सीमा त्रिखा, पार्षद सतीश चंदीला, सांसद कृष्णपाल गुर्जर सहित सभी अधिकारी भी एशियन अस्पताल की मनमानी व अनियमितताओं पर एक शब्द बोलने को तैयार नहीं। सेक्टरवासियों में इसे लेकर गहरा रोष है। उनका कहना है कि अगर पुलिस प्रशासन व जनप्रतिनििधयों ने हमारी मांगों का हल नहीं निकलवाया तो वो सडक़ों पर आकर धरना प्रदर्शन करने केा मजबूर होंगे। इसके अलावा एनजीटी व मानवाधिकार आयोग के समक्ष भी लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग करेंगे। फिलहाल पूरे मामले की शिकायत पुलिस प्रशासन को की गई है। अब देखना यह है कि एशियन अस्पताल अपनी मनमानी पर बाज आता है या नहीं।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )