TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA ) 24 फरवरी 2018।खेलकूद के समय चोट लगना आम बात है, पर यदि इस चोट का सही उपचार न किया जाए तोयह घातक रूप भी ले सकती है। खेलकूद के दौरान घुटने और कंधों पर लगने वाली इन्हीं चोटोंके उपचार के बारे में विस्तार में जानकारी देने के लिए एशियन अस्पताल में संगोष्ठी व लाइव कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ भारतीय क्रिकेटर मोहित शर्मा, हरियाणा रणजी कोच विजय यादव और अर्जुन पुरस्कार विजेता अकरम शाह (जूड़ो खिलाड़ीः जूड़ो में दो बार गोल्ड मेडल व दो बार सिल्वर पदक विजयीद्ध, एशियन अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. एन.के पांड्ेय ने दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
क्रीडा के दौरान होने वाली क्षति और उसके इलाज के विषय पर जानकारी देने के माध्यम से वर्ष 2016 से इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।इस कार्यशाला में दिल्ली-एनसीआर से करीब 180 हड्डी रोग विशेषज्ञों व फिजियोथेरेपिस्ट ने भाग लिया।डाॅ.कमल बचानी सीनियर कंसलटेंट हड्डी रोग विभाग ने लिगामेंट रिकंसट्रक्शन की लाइव सर्जरी के माध्यम सेकार्यशाला में आए डाॅक्टरों को चोट लगने पर घुटना प्रत्यारोपण के आधुनिक तरीकों कें बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला के दौरान दिल्ली-एनसीआर से आए घुटना प्रत्यारोपण के बड़े डाॅक्टरांे ने फिजियोथेरेपी की कार्यशाला के माध्यम से चोट को ठीक करने के विशेष आयाम सिखाए।
संगोष्ठी में आए हुए खिलाड़ियों ने बताया कि चोट लगने पर खिलाड़ियों को इलाज के लिए या तो विदेशो की ओर रूख करना पड़ता है या फिर कुछ खिलाड़ी शुरूआत में ही खेल छोड़ देते हैं, ऐसे में फरीदाबाद में खिलाड़ियों को इलाज के लिए सुविधा मिल जाए तो सही इलाज मिलने पर वे बीच में खेल नहीं छोड़ेंगे।
एशियन अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. एन.के पांड्ेय ने इस मौके पर कहा कि मुझे खुशी है कि हमारे अस्पताल में इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है और दिल्ली-एनसीआर के जाने-माने डाॅक्टर्स इसमें भाग ले रहे है। इस कार्यशाला में लाइव सर्जरी के माध्यम से अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल और सर्जरी के जोखिम और बारीकियों से भी अवगत कराया जा रहा है।