TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA ) पलवल, 10 मार्च। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के तत्वावधान में जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं चेयरपर्सन श्रीमती मनीषा बत्रा व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सचिव डा. कविता कांबोज के मार्गदर्शन में नालसा योजना 2015 के तहत उडान-मुझे उडने दो बाल विवाह निषेध जागरूकता अभियान के अन्तर्गत विशेष कानूनी जागरूकता शिविर व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, अहरवां में पैनल अधिवक्ता नवीन रावत द्वारा किया गया।
शिविर में पैनल अधिवक्ता ने बताया कि नालसा योजना 2015 के अन्तर्गत बाल अधिकारों के संरक्षण को बढावा देने के उद्देश्य से उडान-मुझे उडने दो बाल विवाह निषेध जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य बच्चों के अधिकारों को सर्वोपरि करके बाल विवाह संबंधी कानूनी प्रावधानों, बाल विवाह के दुष्परिणामों, कारणों, रोकथाम, उपायों के बारे में समाज में जागरूकता फैलाना है। बाल विवाह एक सामाजिक बुराई है,जो बच्चों के बचपन व किशोरावस्था, शिक्षा के अवसर को छीनता है। जिससे बच्चों का शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक विकास पूर्ण रूप से नहीं हो पाता है और वे परिपक्वता के अभाव के कारण शिक्षा एवं अर्थपूर्ण कार्यों से वंचित रह जाते हैं। हमें बाल विवाह का विरोध करते हुए, बेटियों को शिक्षित बनाना होगा ताकि एक बेहतर समाज की नींव रखी जा सके।
इसके अंतर्गत पैनल अधिवक्ता नवीन रावत द्वारा जागरूकता अभियान सहित बच्चों से जुडी नालसा योजना 2015 व बाल विवाह निषेध कानून, बाल आयोग, दहेज निषेध अधिनियम, अनिवार्य शिक्षा अधिनियम, मौलिक कर्तव्यों, यौन अपराधों से बाल संरक्षण अधिनियम तथा बाल अधिकारों से जुडे विशेष प्रावधानों व अन्य जानकारियों के बारे में भी विद्यार्थियों को जागरूक किया गया ।
इस अवसर पर विद्यालय में उडान-मुझे उडने दो के तहत निबंध लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने बढ-चढ कर भाग लिया और विवेकशील (प्रथम), जयदेव (द्वितीय) तथा आकाश (तृतीय) स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्राधानाचार्य श्रीमती सीमा रानी, श्रीमती मीनू भारद्वाज, सुरेंद्र सिंह, बीरसिंह, विजय पाल शास्त्री व रोहताश आदि अध्यापकगण मौजूद रहे और उन्होंने भी अपने अपने विचार रखे।