TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद। भारतीय किसान यूनियन (अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अम्बावता को आंध्र प्रदेश के किसानों ने समर्थन दिया। श्री अम्बावता आंध्र प्रदेश के गुंटुर जिले में किसानों की एक सभा में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत करने पहुंचे थे। किसान सभा में भाकियू (अ) के प्रदेश अध्यक्ष मुस्ताक वाजिद अली ने अपने साथियों सहित श्री अम्बावता को फूल मालाऐं पहनाकर स्वागत किया और कहा वह पूरी तरह से किसान हित में हैं और भाकियू के साथ कंधे से कंधा मिलाकर किसानों की लडाई को लडेंगे।
सभा को संबोधित करते हुए श्री अम्बावता ने कहा जब तक भारत का किसान लाचार और कर्ज से दुखी होकर आत्म हत्याएं करेगा, तब तक देश आधुनिक होने के बाद भी खुशहाल और समपन्न नहीं होगा। उन्होने कहा अभी दिल्ली में पूरे देश के किसानों का एक सम्मेलन किया गया था, जिसमें हमने तय किया था यदि भारत सरकार ने किसानों की मांगे नहीं मानी तो भाकियू 2019 के चुनाव से पहले कोई बडा फैसला लेगी। उन्होने कहा पिछले साढे चार वर्ष में देश के किसान की हालत पहले से और ज्यादा खराब हुई है। वर्तमान मोदी सरकार किसान विरोधी है, और केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों ने किसानों को केवल झूठे सपने दिखाए हैं। उन्होने कहा मोदी ने नोटबंदी केवल अपने चंद उद्योगपति मित्र को लाभ पहुंचाने के लिए की थी। इससे देश को भारी नुकसान उठाना पडा है। भाजपा की राजनीति किसान अब समझ गया है, और किसान ही भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगा।
अम्बावता ने कहा भाकियू की पांच मांगे हैं जिनको पूरा कराने के लिए पूरे देश के किसानों को जाग्रित किया जा रहा है, 1. देश के किसान का कर्जा माफ हो, 2. स्वामी नाथन आयोग रिर्पाेट सी-2 के तहत लागू हो, 3. किसान आयोग का गठन, 4. किसान को बिजली कनेक्शन मुफ्त और बैंक लोन पर सब्सीडी मिले। 5. किसान को बुढापा पेंशन 5 हजार रू पये मिले। उन्होने कहा 2 अक्टूबर 2018 को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस पर दिल्ली में होने वाले भाकियू के वार्षिक किसान सम्मेलन में लोकसभा चुनाव के लिए सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए नीति बनाई जाएगी। उन्होने कहा भाकियू के साथ देश के 20 राज्यों के किसान हैं। सम्मेलन में सभी किसान नेताओं ने अम्बावता के साथ मिलकर किसानों की लडाई को और मजबूती से लडने का आश्वासन दिया।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )