TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA )अपनी मांगों के समर्थन में किसानों ने अपने आंदोलन को रफ्तार देने के लिए नई रणनीति बनाई है| किसानों ने आज से ही गांवों में 10-10 किसानों का प्रतिनिधिमंडल भेजकर अन्य गांवों के किसानों का भी समर्थन मांगा है, जिसमें कई गांवों ने इन किसानों को अपना समर्थन दे भी दिया है| आईएमटी से सटे पांच गांवों के सैंकड़ों किसानों के अलावा अन्य गाँवों के किसान कल से इस धरने में शामिल होंगे|
दिखाई दे रहा नजारा बल्लबगढ़ की आईएमटी परिसर का है, जहां सैंकड़ों किसान सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे है| दरअसल वर्ष 2008 में कांग्रेस सर्कार में बल्लबगढ़ में आईएमटी विकसित करने के लिए पांच गांवों की जमीन का अधिग्रण हुआ था, जिसमें सरकार ने किसानों से उन्हें जमीनों का मुआवजा देने के अलावा एक परिवार को नौकरी तथा एक किसान को रिहाइशी प्लाट देने का वायदा किया था, लेकिन सरकार ने मुआवजा तो दिया, लेकिन नौकरी नहीं दी| बाद में किसानों ने मुआवजा बढ़ाने की मांग की तो सरकार ने बढ़ा हुआ मुआवजा देने का वायदा तो कर लिया, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद भी मुआवजा नहीं दिया| किसान संघर्ष समिति के किसानों की मानें तो इस तरह की मांगों को लेकर कल अनिश्चितकालीन धरने पर जा रहे हैं|
संघर्ष समिति- रामनिवास की मानें तो उन्होंने अपने आंदोलन को उग्र रूप देने के लिए अब जनसम्पर्क अभियान शुरू कर दिया है, जिसमें आईएमटी के किसान दुसरे गांवों के किसानों से भी समर्थन मांग रहे हैं| कई गाँवों के किसानों ने उन्हें अपना समर्थन दे भी दिया है| अब वे तभी उठेंगे जब उनकी बात मान ली जाएगी| अब पहले की तरह वे सरकार और अधिकारीयों के बहकावे में नहीं आएँगे|