TODAY EXPRESS NEWS : दिनांक 19 जुलाई 2019 को सेक्टर 2 अटल पार्क में अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट द्वारा मनायी गयी क्रांतिकारी मंगल पांडे जयन्ती इस अवसर पर ट्रस्ट के राष्टीय अध्यक्ष पुश्पेंदर शर्मा ने बताया कि मंगल पांडे का नाम ‘भारतीय स्वाधीनता संग्राम’ में अग्रणी योद्धाओं के रूप में लिया जाता है, जिनके द्वारा भड़काई गई क्रांति की ज्वाला से अंग्रेज ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन बुरी तरह हिल गया था. उनकी 192वीं जयंती है. उनका जन्म आज ही के रोज जन्म 1827 में 19 जुलाई को हुआ था. अपनी हिम्मत और हौसले के दम पर समूची अंग्रेजी हुकूमत के सामने मंगल पांडे की शहादत ने भारत में पहली क्रांति के बीज बोए थे. ट्रस्ट के राष्टीय महासचिव महेश शर्मा ने कहा बताया कि क्रांतिकारी मंगल पांडे का जन्म 19 जुलाई, 1827 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगवा गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम दिवाकर पांडे तथा माता का नाम श्रीमती अभय रानी था. वे कलकत्ता (कोलकाता) के पास बैरकपुर की सैनिक छावनी में “34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री” की पैदल सेना के 1446 नंबर के सिपाही थे. भारत की आजादी की पहली लड़ाई अर्थात् 1857 के संग्राम की शुरुआत उन्हीं के विद्रोह से हुई थी. ट्रस्ट के राष्टीय महामंत्री ह्रदयेश सिंह ने बताया कि मंगल पांडे का पहला नारा था नारा ‘मारो फिरंगी को’ ट्रस्ट के राष्टीय उपाध्यक्ष कुवर लखन रावत ने कहा कि “मारो फिरंगी को” नारा भारत की स्वाधीनता के लिए सर्वप्रथम आवाज उठाने वाले क्रांतिकारी “मंगल पांडे” की जुबां से निकला था मंगल पांडे को आजादी का सर्वप्रथम क्रांतिकारी माना जाता है. ‘फिरंगी’ अर्थात् ‘अंग्रेज़’ या ब्रिटिश जो उस समय देश को गुलाम बनाए हुए थे आपको बता दें, गुलाम जनता और सैनिकों के दिल में क्रांति की जल रही आग को धधकाने के लिए और लड़कर आजादी लेने की इच्छा को दर्शाने के लिए यह नारा मंगल पांडे द्वारा गुंजाया गया था ट्रस्ट के राष्टीय मीडिया प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि 18 अप्रैल 1857 का दिन मंगल पांडे की फांसी के लिए निश्चित किया गया था आपको बता दें बैरकपुर के जल्लादों ने मंगल पांडे के खून से अपने हाथ रंगने से इनकार कर दिया. तब कलकत्ता (कोलकाता) से चार जल्लाद बुलाए गए 8 अप्रैल, 1857 के सूर्य ने उदित होकर मंगल पांडे के बलिदान का समाचार संसार में प्रसारित कर दिया. भारत के एक वीर पुत्र ने आजादी के यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दे दी. वहीं उस दिन की याद में भारत सरकार ने बैरकपुर में शहीद मंगल पांडे महाउद्यान के नाम से उसी जगह पर उद्यान बनवाया था. इस अवसर पर ट्रस्ट के राष्टीय सचिव डॉ महेंद्र भारद्वाज ,राष्टीय सलाहकार जितेन्द्र कुमार, भाजपा के वरिष्ट नेता सूरज मान, नमो नमो मोर्चा के जिला अध्यक्ष सुधीर चौधरी व सीही मंडल अध्यक्ष पवन सौरौत ने भी सिरकत की इस मौके पर पुष्पेन्द्र सिंह, सत्यम कुमार रुपन देवी, उर्मिला फोजदार, विमलेश देवी, नीरज भारद्वाज, राष्टीय कोषाध्यक्ष मधु शर्मा,शिल्पी शरोहा, मनीषा देवी, बेवी देवी, राकेश शर्मा, रामपाल, कारण वीर सिंह, सुबलेश मलिक, संगीता नेगी, राजबाला शर्मा, धर्मेन्दर मंडल, विजय कुमार, सुबोध कुमार साह, बिरेन्द्र कुमार, लोकेश अग्रवाल, रविकुमार मौर्या, बंटी व ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी और सद्स्य भारी संख्या में उपस्थित थे .
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )